लेखनी
लाज नारी की बचाती लेखनी
दर्द की गाथा सुनाती लेखनी
खींचता है जब दुशासन वस्त्र को
द्रौपदी का पट बढाती लेखनी
संस्कारों के जले पुतले जहाँ
नर युवाओ को थुकाती लेखनी
देश जाये जब पतन की राह पर
मार्ग रोड़ो को हटाती लेखनी
कब मिले फाँसी किये अपराध की
सत्य तथ्यों को छिपाती लेखनी