लेकिन मुझे भी तो कुछ चाहिए
जैसे कि तुमको उम्मीद है मुझसे,
कि मैं तुमको प्यार और सुरक्षा दूं ,
ताकि तुम्हारा कल सुरक्षित हो,
लेकिन मुझे भी तो कुछ चाहिए।
जैसे कि तुमको आशा है मुझसे,
कि महकाये रखूँ तेरा गुलशन,
जलाये रखूँ तेरी खुशियों की ज्योति,
ताकि कल तुम किसी अभाव में नहीं हो,
लेकिन मुझे भी तो कुछ चाहिए।
जैसे कि तुमको चाहिए मुझसे,
कि मैं तुम्हारा मन कभी नहीं तोडूं ,
हमेशा रखूँ हर तरह से ख्याल तेरा,
तेरी खुशियों और तेरे अरमानों का,
ताकि कल तुम्हें कोई शौक(शोक)नहीं हो,
लेकिन मुझे भी तो कुछ चाहिए।
जैसे कि तुम्हें चाहिए मुझसे विश्वास,
कि मैं तुमको कभी कष्ट नहीं दूं ,
तेरा हर सपना मैं साकार करूँ,
मैं तुमको पूरा सम्मान दूं ,
ताकि कल तुम्हारी तस्वीर उज्ज्वल रहे,
लेकिन मुझे भी तो कुछ चाहिए।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)