लिखूं कोई नया छंद
लिखूं कोई नया छंद, या कोई तराना
गाये जो मिलकर, सारा जमाना
लिखूं कोई नया छंद, या कोई तराना
प्रेम प्रीत भरकर, रंगोली सजाओ
कई रंग देकर भी, एक रंग लाओ
गाओ सजन प्रेम गीत, या कोई तराना
गाये जो मिलकर, सारा जमाना
लिखूं कोई नया छंद, या कोई तराना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी