[[ लिखी है खून से हमने मुहब्बत की इबादत है ]]
? लिखी है खून से हमने मुहब्बत की इबादत है
जमाना कर रहा देखों मुहब्बत पे बगावत है १
खुदा ने खुद बनाई है लकीरे हाथ में मेरे
खुदा मंजूर है मुझको नही कोई शिकायत है २
अकेला ही उतरना है मुहब्बत की कसौटी पर
अगर तुम साथ दो मेरा खुदा इतनी इनायत है ३
ख़ुदा इतना करो तुम भी दुआ सबकी मिले मुझको
मुहब्बत में फ़कत तुमसे मिली मुझको रवायत है ४
दुआएं माँगता फिरता , रहा में प्यार के ख़ातिर
दुआओ में मगर सबसे मिली मुझको जलालत है ५
ख़ुदा ने दी हमे हर चीज , वो बे-मोल थी लेकिन
मुहब्बत दी नही मुझको फ़कत इतनी नदामत है ६
दुआएं माँगती फिरती सनम मेरी हिफ़ाजत की
दुआएं हो सदा पूरी खुदा इतनी अज़ीयत है ७
सुहाना आज मौसम है महक बिखरी है गुलशन में
फिजाओं में गुलाबों सी , महकती ये मुहब्बत है ८
यहाँ कोई नही सुनता ख़ुदा मेरी कहानी को
भला में मान लूँ कैसे ये दुनियाँ खूबसूरत है ९
हक़ीक़त में तमाशा ही बना डाला मुहब्बत को
रहे रुखसार पे आँसू यहाँ दिल पे क़यामत है १०
मिटा दो तुम यहाँ पहरे मुहब्बत के नितिन सारे
दिखा दो तुम यहाँ सबको मुहब्बत ही हक़ीक़त है ११
?? नितिन शर्मा ??