लाजबाव लिख देंगे
लाजबाव लिख देंगे
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खुशी दो खुशी लिख देंगे।
हंसी दो हंसी लिख देंगे।।
तेरी जुल्फों को घटा लिख देंगे।
तेरी आंखों को झील लिख देंगे।।
तेरी बिंदिया को चांद लिख देंगे।
तेरे होठों को गुलाब लिख देंगे।।
तेरी नंथनी को लिखेंगे हम तारा।
तेरी गर्दन को सुराही लिख देंगे।।
तेरे योवन को लिखेंगे हम कंवल।
तेरी पायल को कमाल लिख देंगे।।
तेरी इन मरमरी से हाथों को।
कुदरत का कमाल लिख देंगे।।
कभी फुर्सत से बैठ तो आकर ।
हम तुझे लाजबाव लिख देंगे।।
आओगे जिस दिन सिमट के पहलू में।
तेरे अंग – अंग पै ग़ज़ल लिखी देंगे।।
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जनकवि/बेखौफ शायर
डॉ. नरेश कुमार “सागर”
26/06/21