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18 Apr 2023 · 1 min read

लफ़्ज़ों में हमनें

बयां खुद को
हम न कर पाये
अब तक
समेटा बहुत खुद को
लफ़्ज़ों में हमनें
फट भी गये
वरक़ बेबसी में
क्यों तलाशा
ख़ुदी को
ख़ुदी में ही
हमनें ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 781 Views
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