लता मंगेशकर
जो थी गाने के शौकीन,
जिसने पाँच वर्ष की आयु में,
किया प्रारंभ तराना गाने को,
उस स्वर कोकिला को,
नमन करती जग सारी।
जिनको ईश्वर से मिला,
सुरीली आवाज व ज्ञानदार अभिव्यक्ति,
जो बनी देश की पहचान,
उस देश की शान को,
नमन करती जग सारी।
जिसने बीस भारतीय भाषाओं में,
तीस हजार से भी ज्यादा गीत,
प्रदान किये जग को,
जिन्हें नवाजा भारत रत्न से,
उस स्वर साम्राज्ञी को,
नमन करती जग सारी।
जो उन्नीस सौ उनतीस को,
ली धरा पर जन्म और,
कह चली दुनिया को अलविदा,
बेरानवे वर्ष की आयु में ही,
उस लता मंगेशकर को,
नमन करती जग सारी।
जिन्हें संगीत के मामले में,
जग ने अंगीकार किया,
माँ सरस्वती का स्वरूप,
उस संगीत की देवी को,
नमन करती जग सारी।
नाम :- उत्सव कुमार आर्या
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार