** लगाव नहीं लगाना सखी **
लगाव नहीं लगाना सखी
मैं अभागा कृष्ण के कुल का हूं
वह तो ईश्वर थे सह गए
मैं मानव जाति का मारा हूं
है प्रेम यशोदा मैया से
ना छोड़ पाऊंगा वृंदावन कभी
अगर प्रिय राधिके बनेगी तो
अर्धांगिनी न अज्ञात बन पाएगी सखी
इस असमंजस में जिया सदैव
ना प्रेम पीड़ लगाई कभी
चाहे हृदय अशांत रहा
न मन की व्यथा जताया कभी
लगाव नहीं लगाना सखी
मैं अभागा कृष्ण के कुल का हूं
~ कुmari कोmal