लगता है !
लगता है दिल हाथ से जाता रहेगा।
नगमें मुहोब्बत के गाता रहेगा।
तुम रूठ जाओ कभी तो ऐ सनम;
दिल यह तुम्हें यूं ही मनाता रहेगा।
आती नहीं शोखियां हमें कोई मगर ;
सादगी से बस प्यार निभाता रहेगा।
मिल गए तुम जो कभी तो ऐ हमनशीं ;
ये दिल फिर सदा मुस्काता रहेगा।
उल्फत के किस्से यूं तो सुने थे बहुत ;
अब आपबीति तुम्हें बताता रहेगा।
कामनी गुप्ता***
जम्मू !