लक्ष्य मेरा
लक्ष्य मेरा कह रहा मुझसे, लक्ष्य तेरा दूर है तुझसे
कहता है मेरी ओर चल दे…!
तू थक नही ,तू रुक नही यू नदियों जैसा बहता चल
मुश्किल हो, कठिनाई हो या किस्मत तुम्हारी परायी हो …!!
कोई विपदा आये या कोई आपदा आये, तू हालातो से लड़ता चल , राह में बेशक कांटे हो या कंकर हो,
न कर मैला अपना मन…..!
न हावी हो तेरा किस्मत तेरे पर, तू अपना भाग्य विधाता बन ,
तू थक नही ,तू रुक नही यू नदियों जैसा बहता
चल…!!
✍️उज्ज्वल दास
(बोकारो स्टील सिटी – झारखंड)