Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#19 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
278 Followers
Follow
Report this post
14 Jun 2024 · 1 min read
“रौनकें”
“रौनकें”
जब तक तेरा साथ रहा
जमाने भर की रौनकें थी,
उस सुहानी शाम की
बस यही एक कहानी है.
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 66 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
प्रेम के मायने
Awadhesh Singh
जिस दिन आप दिवाली के जगह धनतेरस को मनाने लगे उस दिन आप समझ ल
Rj Anand Prajapati
ट्रेन संख्या १२४२४
Shashi Dhar Kumar
श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कुण्डलिया छंद
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
हम कहाँ से कहाँ आ गए हैं। पहले के समय में आयु में बड़ों का स
इशरत हिदायत ख़ान
इस दुनिया में सिर्फ मोबाइल को ही पता होता है उसका मालिक का क
Ranjeet kumar patre
भगवता
Mahender Singh
हार मैं मानू नहीं
Anamika Tiwari 'annpurna '
अपनी आंखों को मींच लेते हैं।
Dr fauzia Naseem shad
— नारी न होती तो —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
"दर्पण बोलता है"
Ekta chitrangini
बस यूं बहक जाते हैं तुझे हर-सम्त देखकर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" कभी "
Dr. Kishan tandon kranti
প্রফুল্ল হৃদয় এবং হাস্যোজ্জ্বল চেহারা
Sakhawat Jisan
पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा।
सत्य कुमार प्रेमी
खो गईं।
Roshni Sharma
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
हम जिसे प्यार करते हैं उसे शाप नहीं दे सकते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
धरती के कण कण में श्री राम लिखूँ
हरीश पटेल ' हर'
तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ,
Kalamkash
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
वो सबके साथ आ रही थी
Keshav kishor Kumar
अधर घटों पर जब करें,
sushil sarna
6
Davina Amar Thakral
दिये को रोशननाने में रात लग गई
कवि दीपक बवेजा
तेवरी
कवि रमेशराज
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
Neelam Sharma
4432.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
Sonam Puneet Dubey
Loading...