Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#3 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
276 Followers
Follow
Report this post
21 Aug 2024 · 1 min read
” रौनकें “
” रौनकें ”
सोचो वो भी क्या रौनकें हैं,
जिसने चमन महकाया नहीं।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
3 Comments
· 37 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
आज़ाद हूं मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
रूठ मत जाना
surenderpal vaidya
बार - बार गिरती रही,
sushil sarna
विषय :- रक्त रंजित मानवीयता रस-वीभत्स रस विधा-मधुमालती छंद आधारित गीत मापनी-2212 , 2212
Neelam Sharma
पग मेरे नित चलते जाते।
Anil Mishra Prahari
मायने रखता है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
Kanchan Alok Malu
हर बार नहीं मनाना चाहिए महबूब को
शेखर सिंह
"संघर्ष पथ पर डटे रहो"
Ajit Kumar "Karn"
छूटा उसका हाथ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"कर्ममय है जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
A GIRL IN MY LIFE
SURYA PRAKASH SHARMA
मां
Sûrëkhâ
मंजिल
Swami Ganganiya
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
Rj Anand Prajapati
अर्थी पे मेरे तिरंगा कफ़न हो
Er.Navaneet R Shandily
यूं बहाने ना बनाया करो वक्त बेवक्त मिलने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दर्द उसे होता है
Harminder Kaur
आदमी और मच्छर
Kanchan Khanna
हम बदल गये
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
धरी नहीं है धरा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
रंग लहू का सिर्फ़ लाल होता है - ये सिर्फ किस्से हैं
Atul "Krishn"
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
3916.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
■ एक_और_बरसी...
*प्रणय प्रभात*
दोस्ती
Dr fauzia Naseem shad
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
ये लोकतंत्र की बात है
Rohit yadav
Quote..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...