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4 Jun 2023 · 1 min read

रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में

रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
मुझसे तकरार बहुत करते हैं।
चूमकर श्याम मेरी पेशानी
हार-श्रृंगार बहुत करते हैं।
नीलम शर्मा ✍️

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