रेशम सी लड़की
::::::::::::::::::::: रेशम सी लड़की:::::::::::::::::::
ख्वाबों में वो रोज ही आए रेशम सी लड़की
दिल को हरदम ही तड़पाए रेशम सी लड़की
धानी रंग है चूनर जिसपे सुर्ख गुलाबी गाल
झील सी गहरी नीली आँखे उलझे – उलझे बाल
लट को झटके से लहराए रेशम सी लड़की
रोज सबेरे गगरी लेकर पनघट पर जब जाती
तितली जैसी चलती है वो पागल ही कर जाती
शाम को छत पर दीप जलाए रेशम सी लड़की
शाम कोअक्सर गली में उसकी मेरा जाना होता
एक झलक दिखलाने को छज्जे पर आना होता
देख- देख खुदको शरमाये रेशम सी लड़की
बात बात पर बच्ची बनकर वो गुस्सा कर जाती
कभी नहीं बोलूंगी तुमसे मुझसे ये कह जाती
पल में ही वो मान भी जाये रेशम सी लड़की
होली में मिलकर सखियों संग रँग गुलाल उड़ाए
झूम-झूमऔर घूम-घूम कर खुशियों को बरसाए
हर रँग में खुद को रँग जाये रेशम सी लड़की
अब तो केवल यादें हैं जो पागल ही कर जाती
रातों को स्वप्नों में आकर घायल ही कर जाती
मधुर- मधुर पायल झनकाये रेशम सी लड़की
दिल को हरदम ही तड़पाये रेशम सी लड़की
ख्वाबों में वो रोज ही आए रेशम सी लड़की
रचनाकार-कवि योगेन्द्र सिंह योगी
मोबाइल नंबर – 7607551907