Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 May 2024 · 1 min read

रूह की चाहत🙏

रूह की चाहत🙏
🔵🔵🔵🔵🔵

व़क्त गुज़ार रहे हैं दो रूह रुहानी
वंश देख परलोक से सुखी दुःखी
दम्भभरी बात पकड़ नादानी में
धर्म कर्म नीति ना पहचानी में

बेजान छोड़ दिया बचपन को
जिस मिट्टी में जन्म लिया खेल
कूद पढ़ कुर्सी कठिनाई से पाया
अतीत विस्मृत हो बना धमण्ड़ी

चका चौंध दुनियां की दौड़ में
भूल गया पुरखों की तपस्या
क्या सोच कष्ट उठाया था
मेरी धरती खेतों की मांटी

धिक्कार दे बहुत कुछ कह रही
पर समझ किसी को ना आ रही
खेत क्यारी देख बैठे बैठा बाबा
कृषि का एक पहल धान रोपाई

खत्म कर कृषक फसल फल पाने
सेवा कर इंतज़ार में लगा रहता है
हर्ष प्रकट करने माँ पिता परिजन
पराये मददगार सभी साथ बैठ

दाल भात खीर पूड़ी पूड़ी बना
बैल हलधर की पूजा करता है
कितना मधुर मधु प्रेम सुहाना
निश्चल यारी याराना की नजराना

समय चक्र में टूट बिखर पड़ती
द्वेष कपट घमण्ड में अनजाना
अपने अपार मस्ती से मुस्काना
सोच विचार करें क्या …….. ?
यही जीवन जीना है ……….. ?
♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️
तारकेशवर प्रसाद तरूण

Language: Hindi
1 Like · 106 Views
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
View all

You may also like these posts

Forest Queen 'The Waterfall'
Forest Queen 'The Waterfall'
Buddha Prakash
*जनवरी में साल आया है (मुक्तक)*
*जनवरी में साल आया है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
जिंदगी     बेहया     हो    गई।
जिंदगी बेहया हो गई।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मंजिलें
मंजिलें
Santosh Shrivastava
"जाल"
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3122.*पूर्णिका*
3122.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आप सुनो तो तान छेड़ दूं
आप सुनो तो तान छेड़ दूं
Suryakant Dwivedi
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
सत्य कुमार प्रेमी
शुभ सवेरा
शुभ सवेरा
C S Santoshi
अतीत की स्मृतियों से
अतीत की स्मृतियों से
Sudhir srivastava
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
तूॅं कविता चोर हो जाओ
तूॅं कविता चोर हो जाओ
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
तेरी मुस्कान होती है
तेरी मुस्कान होती है
Namita Gupta
राम बनना कठिन है
राम बनना कठिन है
Satish Srijan
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
Abhishek Soni
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
पूर्वार्थ
सत्य कथन
सत्य कथन
Rambali Mishra
क्यूँ ख़ामोशी पसरी है
क्यूँ ख़ामोशी पसरी है
हिमांशु Kulshrestha
दाता
दाता
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
ग्यारह मई
ग्यारह मई
Priya Maithil
गंगा सेवा के दस दिवस (प्रथम दिवस)
गंगा सेवा के दस दिवस (प्रथम दिवस)
Kaushal Kishor Bhatt
सिद्दत्त
सिद्दत्त
Sanjay ' शून्य'
पितृ स्तुति
पितृ स्तुति
गुमनाम 'बाबा'
हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
राधेश्याम "रागी"
भाव हमारे निर्मल कर दो
भाव हमारे निर्मल कर दो
Rajesh Kumar Kaurav
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
bharat gehlot
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
Vivek Ahuja
खुद पर ही
खुद पर ही
Dr fauzia Naseem shad
Loading...