रूसवाइयांँ¹ मिलेगी, बे_क़दर, बे_नूर हो जाओगे,
रूसवाइयांँ¹ मिलेगी, बे_क़दर, बे_नूर हो जाओगे,
जुबां को सच की आदत न लगा, सबसे दूर हो जाओगे…
शराफ़त की राहों में फ़रेब ही फ़रेब हैं प्यारे,
ये दुनिया तुमको खूब सताएगी और मजबूर हो जाओगे…
वजूद ईमानफ़रोशी² का, ख़ुदा सा हो गया है,
मियाद³ पे न रहोगे ,तो ख़िलाफ़_ए_दस्तूर⁴ हो जाओगे…
कारवां ज़िन्दगी का तो बहरहाल नही रूकता,
मग़र ज़माने के साथ न चलो ,तो खट्टे अंगूर हो जाओगे…
ग़र चाह रखते हो सोहरत की तो, सादगी छोड़,
किरदार में ज़रा चमक बढ़ा, देखते ही देखते मशहूर हो जाओगे…