Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

ज़रा इतिहास तुम रच दो “

डॉ लक्ष्मण झा परिमल
=================
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे !!
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे !!
करें सम्मान हम सबका ,
कोई भी है नहीं छोटा !
सभी सिक्के के पहलू हैं ,
कोई भी है नहीं खोटा !!
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे !!
करो ना भेद रंगों से ,
यही सबको दिखाना है !
दिखे जब खून की लाली ,
तभी सबको बताना है !!
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे !!
भले हों भिन्य ही भाषा ,
नहीं हम भिन्य रहते हैं !
सभी के पास ही रहके ,
उसे अपना समझते हैं !!
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे !!
नहीं हमको सिखाता है ,
कभी आपस में लड़ने को !
सभी ये धर्म सिखलाता ,
करो तुम प्यार अपने को !!
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे !!
उपासक शांति के बनकर,
जगत कल्याण ही कर दो !
करे पूजा सभी सबकी ,
जरा इतिहास ही रच दो !!
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे !!
==============
डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
डॉक्टर’स लेन
दुमका
झारखण्ड
भारत
22.05.2024

Language: Hindi
Tag: गीत
17 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3185.*पूर्णिका*
3185.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
वो इश्क़ कहलाता है !
वो इश्क़ कहलाता है !
Akash Yadav
*.....मै भी उड़ना चाहती.....*
*.....मै भी उड़ना चाहती.....*
Naushaba Suriya
*करता है मस्तिष्क ही, जग में सारे काम (कुंडलिया)*
*करता है मस्तिष्क ही, जग में सारे काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
Manoj Mahato
मेरा तकिया
मेरा तकिया
Madhu Shah
बेटियाँ
बेटियाँ
विजय कुमार अग्रवाल
बुंदेली हास्य मुकरियां
बुंदेली हास्य मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एहसास
एहसास
Kanchan Khanna
हम फर्श पर गुमान करते,
हम फर्श पर गुमान करते,
Neeraj Agarwal
वो मुझे प्यार नही करता
वो मुझे प्यार नही करता
Swami Ganganiya
मेरे प्रेम पत्र
मेरे प्रेम पत्र
विजय कुमार नामदेव
सब कुछ यूं ही कहां हासिल है,
सब कुछ यूं ही कहां हासिल है,
manjula chauhan
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
पूर्वार्थ
मजबूरियां थी कुछ हमारी
मजबूरियां थी कुछ हमारी
gurudeenverma198
के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,
के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िंदगी ऐसी कि हर सांस में
ज़िंदगी ऐसी कि हर सांस में
Dr fauzia Naseem shad
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
कवि रमेशराज
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
आज
आज
*प्रणय प्रभात*
"अपदस्थ"
Dr. Kishan tandon kranti
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
Phool gufran
जनता जनार्दन
जनता जनार्दन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
* पहचान की *
* पहचान की *
surenderpal vaidya
कुरुक्षेत्र में कृष्ण -अर्जुन संवाद
कुरुक्षेत्र में कृष्ण -अर्जुन संवाद
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
है जरूरी हो रहे
है जरूरी हो रहे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
शेर अर्ज किया है
शेर अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मंगल दीप जलाओ रे
मंगल दीप जलाओ रे
नेताम आर सी
Loading...