हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
जल रहे अज्ञान बनकर, कहेें मैं शुभ सीख हूँ
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
आपकी अच्छाइयां बेशक अदृश्य हो सकती है!
*बाद मरने के शरीर, तुरंत मिट्टी हो गया (मुक्तक)*
क्यों करते हो गुरुर अपने इस चार दिन के ठाठ पर
एक महिला से तीन तरह के संबंध रखे जाते है - रिश्तेदार, खुद के
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
कहते हैं की चाय की चुस्कियो के साथ तमाम समस्या दूर हो जाती
लेती है मेरा इम्तिहान ,कैसे देखिए
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है