रूला देती है जिंदगी
कभी हँसते हँसते रूला देती है जिंदगी,
कभी रोते रोते हँसा देती है जिंदगी|
अपना है कोन पराया है,
मुस्किल मे बता देती है जिंदगी||
सुख देकर दुख को हरती है,
पाप पुन्य सब कुछ करती है|
बेदो धर्म कुरानो को भी,
याद करा देती है जिंदगी||
अपना पराया भेद न समझे,
राह ऐसी दिखा देती है जिंदगी|
ठोकर खाकर संभले जो,
वो मार्ग वता देती है जिंदगी||