” रिश्तों में जज्बात “
ये रिश्ते हैं दुकानों की मिठाई नहीं ,
जो अपने गुणों से मूल्यवान होकर बिकते हैं ।
ये रिश्ते दिल से निभाएं जाते हैं औकात से नहीं ,
रिश्ते जज़्बातों से मजबूत होते हैं हालातों से नहीं ।।
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली
ये रिश्ते हैं दुकानों की मिठाई नहीं ,
जो अपने गुणों से मूल्यवान होकर बिकते हैं ।
ये रिश्ते दिल से निभाएं जाते हैं औकात से नहीं ,
रिश्ते जज़्बातों से मजबूत होते हैं हालातों से नहीं ।।
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली