Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2023 · 1 min read

रिश्ते सम्भालन् राखियो, रिश्तें काँची डोर समान।

रिश्ते सम्भालन् राखियो, रिश्तें काँची डोर समान।
अनिल कटी पंतग ना मिले, चाहे खोज जग तमाम।।

अनिल चौबिसा
9829246588

Language: Hindi
292 Views

You may also like these posts

जज़्बातों का खेल
जज़्बातों का खेल
ललकार भारद्वाज
जो कहना है खुल के कह दे....
जो कहना है खुल के कह दे....
Shubham Pandey (S P)
-शेखर सिंह
-शेखर सिंह
शेखर सिंह
संवेदना मर रही
संवेदना मर रही
Ritu Asooja
अक्सर तुट जाती हैं खामोशी ...
अक्सर तुट जाती हैं खामोशी ...
Manisha Wandhare
आगे निकल जाना
आगे निकल जाना
surenderpal vaidya
दीपावली
दीपावली
डॉ. शिव लहरी
मतलबी
मतलबी
Shyam Sundar Subramanian
3997.💐 *पूर्णिका* 💐
3997.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
है नयन में आस प्यासी।
है नयन में आस प्यासी।
लक्ष्मी सिंह
यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा
यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा
पूर्वार्थ
हार नहीं होती
हार नहीं होती
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
खेल और राजनीती
खेल और राजनीती
'अशांत' शेखर
हमसे दिल लगाकर तो देखो
हमसे दिल लगाकर तो देखो
Jyoti Roshni
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
शिव प्रताप लोधी
जब -जब धड़कन को मिली,
जब -जब धड़कन को मिली,
sushil sarna
मैं कोशिशों पर बार -बार लिखता हूँ ! मैं दोस्तों पर ऐतबार लिखता हूँ !
मैं कोशिशों पर बार -बार लिखता हूँ ! मैं दोस्तों पर ऐतबार लिखता हूँ !
Ravi Betulwala
😊
😊
*प्रणय*
इन दरख्तों को ना उखाड़ो
इन दरख्तों को ना उखाड़ो
VINOD CHAUHAN
प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है
प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है
Sonam Puneet Dubey
रंगोली
रंगोली
Neelam Sharma
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
Rachana
दिल की बातें
दिल की बातें
Minal Aggarwal
अमीर घरों की गरीब औरतें
अमीर घरों की गरीब औरतें
Surinder blackpen
वैज्ञानिक अध्यात्मवाद एवं पूर्ण मनुष्य (Scientific Spiritualism and the Complete Man)
वैज्ञानिक अध्यात्मवाद एवं पूर्ण मनुष्य (Scientific Spiritualism and the Complete Man)
Acharya Shilak Ram
तेरे जागने मे ही तेरा भला है
तेरे जागने मे ही तेरा भला है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" विश्वास "
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी मौजूदगी बस हमारी सांसों तक है।
मेरी मौजूदगी बस हमारी सांसों तक है।
Rj Anand Prajapati
बड़ा आदर सत्कार
बड़ा आदर सत्कार
Chitra Bisht
*मची हैं हर तरफ ऑंसू की, हाहाकार की बातें (हिंदी गजल)*
*मची हैं हर तरफ ऑंसू की, हाहाकार की बातें (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...