रिश्ता
रिश्ता
कुछ रिश्ते जीने का जज्बा जगाते हैं
कुछ रिश्ते उम्र भर तड़पाते हैं
कुछ रिश्ते होते ऐसे
जिसे मजबूरी में ढोते हैं
कुछ ऐसे भी होते हैं रिश्ते
जिनके नाम नहीं होते हैं।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
रिश्ता
कुछ रिश्ते जीने का जज्बा जगाते हैं
कुछ रिश्ते उम्र भर तड़पाते हैं
कुछ रिश्ते होते ऐसे
जिसे मजबूरी में ढोते हैं
कुछ ऐसे भी होते हैं रिश्ते
जिनके नाम नहीं होते हैं।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति