रिम झिम रिम झिम वर्षा आई…
बादल गरजे बिजली कड़की
रिम झिम रिम झिम वर्षा आई
संग अपने खुशियां हजार लाई
बच्चों ने छाता ले नाव चलाई
रिम झिम रिम झिम वर्षा आई…
मिट्टी से सौंधी खुशबू आई
मानो कोई नृतकी नृत्य करने आई
किसानों के जीवन में खुशियां लाई
रिम झिम रिम झिम वर्षा आई…
कोई शतरंज खेले, कही चौपड़ छाई
घर-घर से पकौड़ों की खुशबू आई
सुर-सरगम की ऋतु आई
रिम झिम रिम झिम वर्षा आई…
कोयल की कूक सबको भायी
ताल तलैयो में भी उफान आई
धरा ने अपनी प्यास बुझाई
प्रकृति में भी मस्ती छाई
रिम झिम रिम झिम वर्षा आई…
अंबु धरा से नदिया भी बलखाईं
‘अंजुम’ ने नई रचना बनाई
जीव जगत में उमंग छाई
मधुर मिलन की बेला आई
रिम झिम रिम झिम वर्षा आई…
नाम-मनमोहन लाल गुप्ता ‘अंजुम’
मोबाइल नंबर-9927140483