राहतों की हो गयी है मुश्किलों से दोस्ती,
राहतों की हो गयी है मुश्किलों से दोस्ती,
दर्द भी करने लगे हैं मरहमों से दोस्ती,
मुद्दतों से चाहते थे हम जिसे यूँ डूबकर,
उसने’ है कर ली हमारे दुश्मनों से दोस्ती।
-©अभिषेक श्रीवास्तव “शिवा”
@शिवाजी_के_अल्फाज़