Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

रास्ते का फूल न बन पाई तो..

रास्ते का फूल ना बन पाई तो ..
रास्ते का खार बन कर क्या करूं..

जो ह्वदय का हार ना बन पाई तो..
फिर ह्वदय का भार बन कर क्या करूं..

पाथेय बनना था मगर पथ हीन ही तुमको किया,
विष ही मिला तुमको सदा ,पीयूष था मैंने पिया,

मैं साथ होकर शाप सी तुमको विदित होती रही,
मैं मार्ग की बाधा बनी तुम पर हृदय खोती रही ,

किंतु प्रिये तुम पर यही अपकार अब होगा नही,
अनुचित ही था व्यवहार ,यह व्यवहार अब होगा नही,

तुम को जो भय आतुर करे,वो कैसे मुझको भाएगा,
जो तुम करो अस्वीकार वह निर्दोष माना जाएगा,

जो तुम्हारे लक्ष्य का सोपान ना बन पाई तो,
फिर तुम्हारे भाव का उन्वान बन कर क्या करूं.

रास्ते का फूल ना बन पाई तो ..
रास्ते का खार बन कर क्या करूं

©Priya✍️

Language: Hindi
1 Like · 117 Views
Books from Priya Maithil
View all

You may also like these posts

जय महादेव
जय महादेव
Shaily
जो विष को पीना जाने
जो विष को पीना जाने
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
*मौन की चुभन*
*मौन की चुभन*
Krishna Manshi
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुखराम दास जी के कुंडलिये
सुखराम दास जी के कुंडलिये
रेवन्त राम सुथार
पुरुष_विशेष
पुरुष_विशेष
पूर्वार्थ
टूटी बटन
टूटी बटन
Awadhesh Singh
अंबर
अंबर
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
बिना साधना के भला,
बिना साधना के भला,
sushil sarna
किस कदर
किस कदर
हिमांशु Kulshrestha
प्रार्थना
प्रार्थना
राकेश पाठक कठारा
जीवन के अंतिम पड़ाव पर लोककवि रामचरन गुप्त द्वारा लिखी गयीं लघुकथाएं
जीवन के अंतिम पड़ाव पर लोककवि रामचरन गुप्त द्वारा लिखी गयीं लघुकथाएं
कवि रमेशराज
कुसंग
कुसंग
Rambali Mishra
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
sushil sharma
*तोता (बाल कविता)*
*तोता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बदलती दुनिया
बदलती दुनिया
साहित्य गौरव
आदमखोर
आदमखोर
*प्रणय*
यकीं तुमने मोहब्बत पर जो दिल से किया होता
यकीं तुमने मोहब्बत पर जो दिल से किया होता
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
"अजीबोगरीब"
Dr. Kishan tandon kranti
2777. *पूर्णिका*
2777. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चलना सिखाया आपने
चलना सिखाया आपने
लक्ष्मी सिंह
*मेरे मम्मी पापा*
*मेरे मम्मी पापा*
Dushyant Kumar
बस मुझे महसूस करे
बस मुझे महसूस करे
Pratibha Pandey
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
Neelam Sharma
मौन अधर होंगे
मौन अधर होंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जो कहना है,मुंह पर कह लो
जो कहना है,मुंह पर कह लो
दीपक झा रुद्रा
सवालिया जिंदगी
सवालिया जिंदगी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे
तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे
Ram Krishan Rastogi
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
सुर तेरा मेरा
सुर तेरा मेरा
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...