राष्ट्र हित में मतदान
राष्ट्र हित कर रहा पुकार,
मतदान को हो जाओ तैयार।
असत्य को सत्य से हराना है,
अधर्मी को अब दूर भगाना है।
नेक को सत्ता थमाना है।
जन सेवक को सामने लाना है।
जाति नहीं कर्म हो आधार,
समाज सेवी को ही करो स्वीकार।
उसे चुनो जो काम सिखाए
भीख नहीं सम्मान दिलाए।
झूठे वादों से दूर है रहना
जो हमें समझे उसे है चुनना।
एक एक वोट की कीमत जानो,
अपने प्रतिनिधि को स्वयं पहचानो।
मतदान में शामिल जरुर होना,
वरना पांच साल फिर पड़ेगा रोना।
आज की खामोशी कल मंहगी पड़ेगी,
जब सरकार फैसले किसी और के हित में लेगी।
थोड़ी गर्मी से न घबराओ,
उठो मतदाताओं, अपना कर्तव्य निभाओ।
लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा’
खरियार रोड, ओड़िशा