Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2022 · 1 min read

राष्ट्र भाषा हिंदी का अपमान

यह फिल्म जगत ,
हिंदी की ही रोटी खाता है ।
इस हिंदी से ही देश और ,
विदेश में नाम कमाता है ।
इसका हर बाशिंदा हिंदी से ही ,
अपनी अपनी तिजोरियां भरता है ।
मगर अफसोस इस पर भी ,
हिंदी फिल्म जगत से गायब है ।
संवाद अदायेगी रोमन में,
गीत संगीत रोमन में ,
परस्पर वार्तालाप अंग्रेजी में,
हां ! हिंदी का प्रयोग होता है जरूर
मगर अपशब्दों में।
द्विअर्थी अश्लील शब्दों में ।
वरना हिंदी कहां है ?
इसे कहते है जिस थाली में खाना ,
उसी मैं छेद करना ।
हमारी प्यारी राष्ट्रभाषा हिंदी की रोटी खाना,
और उसी का अपमान करना ।

Language: Hindi
1 Like · 286 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all

You may also like these posts

*भरोसा हो तो*
*भरोसा हो तो*
नेताम आर सी
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
Lakhan Yadav
परेशान सब है,
परेशान सब है,
Kajal Singh
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित
बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित
Sanjay ' शून्य'
यूं नए रिश्तें भी बुरी तरह बोझ बन जाते हैं,
यूं नए रिश्तें भी बुरी तरह बोझ बन जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" अन्तर "
Dr. Kishan tandon kranti
हुंकार
हुंकार
ललकार भारद्वाज
मन के मनके फोड़ा कर...!!
मन के मनके फोड़ा कर...!!
पंकज परिंदा
दायरा
दायरा
Dr.Archannaa Mishraa
🙅आज का सच🙅
🙅आज का सच🙅
*प्रणय*
कविता
कविता
Rambali Mishra
#हा ! प्राणसखा . . . . . !
#हा ! प्राणसखा . . . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए
अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए
कवि दीपक बवेजा
राम
राम
Suraj Mehra
हां मैं एक मजदूर हूं
हां मैं एक मजदूर हूं
डॉ. एकान्त नेगी
যুঁজ দিওঁ আহক
যুঁজ দিওঁ আহক
Otteri Selvakumar
नौकरी
नौकरी
पूर्वार्थ
बीते दिनों का करवा चौथ
बीते दिनों का करवा चौथ
Sudhir srivastava
हिन्दी‌ की वेदना
हिन्दी‌ की वेदना
Mahesh Jain 'Jyoti'
संवाद
संवाद
surenderpal vaidya
आपसी समझ
आपसी समझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
उसकी याद कर ले , हे बन्दे !
उसकी याद कर ले , हे बन्दे !
Buddha Prakash
शब्द भेदी बाण
शब्द भेदी बाण
Girija Arora
मई दिवस
मई दिवस
Neeraj Agarwal
तुम अलविदा तो कह जाते
तुम अलविदा तो कह जाते
Karuna Bhalla
बेकरार
बेकरार
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
सृष्टि की अभिदृष्टि कैसी?
सृष्टि की अभिदृष्टि कैसी?
AJAY AMITABH SUMAN
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
DrLakshman Jha Parimal
3134.*पूर्णिका*
3134.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...