*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)
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1)
राम हिंद की गौरव-गरिमा, चिर वैभव के गान हैं
रामराज्य जिनके शासन के, समता भरे विधान हैं
2)
भारत का सौभाग्य राम ने, जन्म लिया इस भू पर
मर्यादा पुरुषोत्तम जग में, अवतारी भगवान है
3)
उत्तर से दक्षिण तक सबको, एक सूत्र में बॉंधा
राम असल में सच पूछो तो, खुद में हिंदुस्तान हैं
4)
संविधान का पृष्ठ चित्र से, जिनके हुआ सुशोभित
राम सनातन और पुरातन, भारत भू की शान हैं
5)
लंका जीती पर परदेसी, जिनको लोभ न भाया
धन्य धन्य यह कहा जन्म-भू, जननी श्रेष्ठ महान हैं
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451