राम नाम ही परम सत्य है।
काल ने कहा,
क्यों मुझको देखकर
तुम सब लोग
हो जाते हो हताश।
जबकि मुझसे ही शुरू
होती है तेरी जिन्दगी,
और मुझ पर ही खत्म
होती है तेरी तलाश।
सबको चलना है मेरे साथ,
एक न एक दिन राम जी के पास ।
क्या है इस दुनिया मे तेरा,
जिसके लिए तुम हो रहे हो उदास।
इस दुनियाँ में
ऐसा कुछ नही है,
जिसका होता नही
कभी भी विनाश।
यह जीवन माया – मोह है पगले ,
कुछ नहीं रहता तेरे पास,
सब कुछ यहीं पर छूट जाएगा,
कुछ नहीं जाएगा तेरे साथ।
फिर क्यों मन में भरकर बैठा है ,
इतना सारा तुमने खट्टास।
रमना है तो रम जाओ पगले
करके राम को मन में वास।
एक राम नाम ही परम सत्य है।
दूजा नही कोई भी आस।
उनको मन मे रख कर अपने
जीवन को तुम बना लो खास।
एक राम ही है इस जग मे,
जिसका हर कण-कण मे है वास।
उनके सिवा सबको बन जाना है,
एक न एक दिन धरती पर लाश।
राम नाम ही परम सत्य है।
बाकी सभी यहाँ व्यर्थ है।
राम नाम का वचन बोल तुम
भर लो अपने जीवन में मिठास।
~अनामिका