Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2024 · 1 min read

राम तुम्हारे नहीं हैं

राम तुम्हारे नहीं हैं

तुम तो कहते थे काल्पनिक हैं
अयोध्या जन्मस्थली ही नहीं
रावण कोई था ही नहीं
लंका कभी जाली ही नहीं

तुम्हें विश्वास नहीं है इस नाम पर
तुम्हें आस्था नहीं है राम पर
राम गर तुम्हारे मन मंदिर में पधारे नहीं हैं
तो फिर राम तुम्हारे नहीं हैं

तुमने प्रश्न उठाए थे राम के सेतू पर
तुम्हें अनास्था है राम के हेतु पर
अब कह रहे हो राम सब के हैं
अब तक तो वक्त बेवक्त कहते थे
राम भक्तों को अंधभक्त कहते थे

राम गुणों के सागर हैं , अति उत्तम हैं
सर्वोत्तम हैं , पुरुषोत्तम हैं
गर तुमने आदर्श राम के जीवन में उतारे नहीं हैं
तो फिर राम तुम्हारे नहीं हैं

204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Harinarayan Tanha
View all
You may also like:
4549.*पूर्णिका*
4549.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
ruby kumari
यादों के बादल
यादों के बादल
singh kunwar sarvendra vikram
अपूर्णता में पूर्ण है जो ,
अपूर्णता में पूर्ण है जो ,
rubichetanshukla 781
नन्हा मछुआरा
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
*
*"नरसिंह अवतार"*
Shashi kala vyas
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
Ragini Kumari
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
Pakhi Jain
" क्यों? "
Dr. Kishan tandon kranti
दिखावटी मदद..!!
दिखावटी मदद..!!
Ravi Betulwala
कान्हा को समर्पित गीतिका
कान्हा को समर्पित गीतिका "मोर पखा सर पर सजे"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
Sonam Puneet Dubey
किसी के इश्क़ में दिल को लुटाना अच्छा नहीं होता।
किसी के इश्क़ में दिल को लुटाना अच्छा नहीं होता।
Phool gufran
जो अपने दिल पे मोहब्बत के दाग़ रखता है।
जो अपने दिल पे मोहब्बत के दाग़ रखता है।
Dr Tabassum Jahan
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
नूरफातिमा खातून नूरी
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
शेखर सिंह
— मैं सैनिक हूँ —
— मैं सैनिक हूँ —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हिरख दी तंदे नें में कदे बनेआ गें नेई तुगी
हिरख दी तंदे नें में कदे बनेआ गें नेई तुगी
Neelam Kumari
भगवान भी रंग बदल रहा है
भगवान भी रंग बदल रहा है
VINOD CHAUHAN
जो सोचते हैं अलग दुनिया से,जिनके अलग काम होते हैं,
जो सोचते हैं अलग दुनिया से,जिनके अलग काम होते हैं,
पूर्वार्थ
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
कृष्णकांत गुर्जर
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जाने कैसी इसकी फ़ितरत है
जाने कैसी इसकी फ़ितरत है
Shweta Soni
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
समय ही अहंकार को पैदा करता है और समय ही अहंकार को खत्म करता
समय ही अहंकार को पैदा करता है और समय ही अहंकार को खत्म करता
Rj Anand Prajapati
जागो जागो तुम,अपने अधिकारों के लिए
जागो जागो तुम,अपने अधिकारों के लिए
gurudeenverma198
नदी किनारे
नदी किनारे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जागी आँखें गवाही दे देंगी,
जागी आँखें गवाही दे देंगी,
Dr fauzia Naseem shad
एकांत मन
एकांत मन
TARAN VERMA
Loading...