राम का जीवन महान
दिनांक 13/4/19
रहे मर्यादा में
इन्सान
तो बनेगी उसकी
पहचान
राम रहे मर्यादा में
पूजे जाते हैं
जन जन में
सीखे संस्कार
घरों से बच्चे अपने
बनें सहारा
बुजुर्गों के वे
ले आशीर्वाद
फ़ले फूले
राम सदृश्य
चरित्र बनाए अपना
प्रसन्न हो
माता पिता उनके
जरूरत है
राम के
आदर्शों को
हर इन्सान में
समाहित करने की
मिट जाएँ
जिससे
दुःख कलेश कष्ट
इन्सान के
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल