राम और कृष्ण…
राम और कृष्ण…
आज जो राम है, कल कृष्ण होता है…
राम को वनवास
षडयंत्र की राजनीति,
कृष्ण का घर छोड़ना
गूढ़ कूटनीति।
राम अगर राजा है
तो कृष्ण राजनीति,
राम अगर रण है
तो कृष्ण रणनीति।
आज जो राम है, कल कृष्ण होता है…
राम स्थापित मानवीय जीवन
को है जीते,
कृष्ण स्थापित आदर्शों को चुनौती
देते हुए है जीते।
राम आदर्शो को निभाकर
कष्ट है सहते,
कृष्ण राजनीति को निभाकर
षड्यंत्रों के हाथ नहीं आते।
आज जो राम है, कल कृष्ण होता है…
राम की सरलता को मारिचि
भ्रमित है करता,
कृष्ण को पूतना की ममता भी
उलझा नही सकता।
राम भाई को मूर्छित देख
बेसुध है बिलखते,
कृष्ण अभिमन्यु को सत्य की खातिर
दांव पर लगाने से भी नही है चूकते।
आज जो राम है, कल कृष्ण होता है…
मनुष्य की यात्रा राम से शुरू होकर
समय उसे है कृष्ण बनाता,
मनुष्य की यात्रा मानवता से शुरु होकर
समय उसे जीवन का है कृष्ण बनाता।
आज जो राम है, कल कृष्ण होता है…
©✍️ शशि धर कुमार