*बलशाली हनुमान (कुंडलिया)*
बलशाली हनुमान (कुंडलिया)
—————————————————————-
रामकथा के शीर्ष हैं, बलशाली हनुमान
इनके कारण बच सकी, लक्ष्मण जी की जान
लक्ष्मण जी की जान ,सिया की खोज लगाई
सागर करने पार, छलॉंग क्या खूब लगाई
कहते रवि कविराय ,निवारक राम-व्यथा के
महावीर तुम धन्य, शिखर तुम रामकथा के
—————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451