राधे – कृष्णा
हे ! बरसाने वारी,
हे ! कृष्ण प्यारी ।
हे ! राधे, एक बार मिला दे,
मुझसे मेरे कृष्ण मुरारी ।।
मैं तो हूं भक्त मोहन कौ,
तुमसे विनती करौ मिलन कौ ।
हे ! राधे, एक बार मिला दे,
मुझसे मेरे गोवर्धन धारी ।।
मन में बसों मेरे कृष्ण कन्हैया,
रास रचईया, नाच नचईया ।
हे ! राधे, एक बार मिला दे,
मुझसे मेरे गिरधारी ।
जिनके मुख से निकसी श्रीमद् गीता,
जिनके आगे होत शत्रु भयभीता ।
हे ! राधे, एक बार मिला दे,
मुझसे मेरे सुदर्शन धारी ।।
बिन राधे न कृष्ण मिलेंगे,
बिन भक्ति न तारन होगे ।
हे ! राधे, एक बार मिला दे ,
मुझसे मेरे तारनहारी ।।
हे ! बृषभानु दुलारी,
सुन ले विनती हमारी ।
हे ! राधे, एक बार मिला दे,
मुझसे मेरे बांके बिहारी ।।
डां. अखिलेश बघेल
दतिया (म.प्र.)