Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Sep 2018 · 1 min read

राधा कृष्ण

राधा रानी नेह का , अतुलित हैं आगार ।
सपने प्रभु के साथ में , देख रहीं हर बार ।।
देख रहीं हर बार ,अजब है प्रभु की माया ।
केवल राधा छोड़ , सभी ने उनको पाया ।।
लेकिन अविरल प्यार,कहाँ माने सब बाधा।
सदा श्याम के साथ , याद होतीं अब राधा ।।

डॉ अरुण कुमार श्रीवास्तव अर्णव

444 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
स्वयं को संत कहते हैं,किया धन खूब संचित है। बने रहबर वो' दुनिया के
स्वयं को संत कहते हैं,किया धन खूब संचित है। बने रहबर वो' दुनिया के
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
बंगाल में जाकर जितनी बार दीदी,
बंगाल में जाकर जितनी बार दीदी,
शेखर सिंह
~ग़ज़ल ~
~ग़ज़ल ~
Vijay kumar Pandey
विचार
विचार
Godambari Negi
धीरज और संयम
धीरज और संयम
ओंकार मिश्र
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
उसने कहा,
उसने कहा, "क्या हुआ हम दूर हैं तो,?
Kanchan Alok Malu
मुझे हर वक्त बस तुम्हारी ही चाहत रहती है,
मुझे हर वक्त बस तुम्हारी ही चाहत रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पास आकर मुझे अब लगालो गले ,
पास आकर मुझे अब लगालो गले ,
कृष्णकांत गुर्जर
परिस्थितीजन्य विचार
परिस्थितीजन्य विचार
Shyam Sundar Subramanian
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
Shweta Soni
😊आज😊
😊आज😊
*प्रणय*
आभासी संसार का,
आभासी संसार का,
sushil sarna
इतना  रोए  हैं कि याद में तेरी,
इतना रोए हैं कि याद में तेरी,
Dr fauzia Naseem shad
मांँ
मांँ
Diwakar Mahto
!! रे, मन !!
!! रे, मन !!
Chunnu Lal Gupta
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
पूर्वार्थ
बहुत कष्ट है ज़िन्दगी में
बहुत कष्ट है ज़िन्दगी में
Santosh Shrivastava
दोहे
दोहे
अनिल कुमार निश्छल
हर तरफ़ घना अँधेरा है।
हर तरफ़ घना अँधेरा है।
Manisha Manjari
" बदलाव "
Dr. Kishan tandon kranti
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शिष्य
शिष्य
Shashi Mahajan
अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक है वो इसलिए क्योंकि
अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक है वो इसलिए क्योंकि
ललकार भारद्वाज
*चलता रहता है समय, ढलते दृश्य तमाम (कुंडलिया)*
*चलता रहता है समय, ढलते दृश्य तमाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
Surya Barman
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
Sonam Puneet Dubey
अयोध्या
अयोध्या
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Loading...