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9 Aug 2024 · 1 min read

रात नशीली कासनी, बहका-बहका चाँद।

रात नशीली कासनी, बहका-बहका चाँद।
लगा अंक से चाँदनी, बढ़ता अपनी माँद।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 33 Views
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