राज की बातें
जख्मों को पर्दा किऐ एक लिबाज की बातें हैं
मुहब्बत तो कल थी पर ये आज की बातें हैं
अरे जाओ भाई इठलाते दिलों की समझ से परे
बिखरे से दिल की आह और कुछ राज की बातें हैं
जख्मों को पर्दा किऐ एक लिबाज की बातें हैं
मुहब्बत तो कल थी पर ये आज की बातें हैं
अरे जाओ भाई इठलाते दिलों की समझ से परे
बिखरे से दिल की आह और कुछ राज की बातें हैं