राजा भैया
राजा के घर बहना आई
माँ ने बाँटी खूब मिठाई
परी उसे सब घर मे कहते
उसके रोने से भी डरते
बात न राजा को ये भाई
पापा सँग माँ हुई पराई
अब वो गुमसुम सा रहता था
प्यार न बहना को करता था
हरदम ऊधम लगा मचाने
अपनी ओर ध्यान खिंचवाने
दादी ने जब कारण जाना
शुरू किया उसको समझाना
बहना कितनी छोटी प्यारी
उसे जरूरत अभी हमारी
जैसे बड़ा किया है तुमको
ऐसे ही करना अब इसको
दोनों पापा के हो प्यारे
मम्मी के भी राजदुलारे
छोड़ो भी अब गुस्सा करना
घर आई है प्यारी बहना
11-04-2018
डॉ अर्चना गुप्ता