राज़ बता कर जाते
) जाते जाते कोई तस्कीन दिला कर जाते
दिल के वीरान से गुलशन को खिला कर जाते
2)गुनगुनाए थे जो चाहत में मिरे साथ कभी
गीत फिर से वही इक बार सुना कर जाते
3)वास्ता तुमने अदावत न हिमायत से रखा
पर जो इक रस्म थी वो रस्म निभा कर जाते
4) हम भी आहट पे नज़र रख के न जागा करते
अपनी मजबूरी अगर हमको सुना कर जाते
5)क़ैद अफ़साने हैं ख़ामोश नज़र में तेरी
मंतशा राज़ छुपाया वो बता कर जाते
🌹मोनिका अरोड़ा ‘माना’🌹