” राख “
” राख ”
कई-कई बार बूझा
औरों से भी पूछा
वो कौन सी चीज है तात
होती नहीं जो राख
सबने यही कहा-
मौत को मरते नहीं देखे
परिवर्तन भी न होता खाक
बाकी कहाँ नहीं है राख?
” राख ”
कई-कई बार बूझा
औरों से भी पूछा
वो कौन सी चीज है तात
होती नहीं जो राख
सबने यही कहा-
मौत को मरते नहीं देखे
परिवर्तन भी न होता खाक
बाकी कहाँ नहीं है राख?