रविवार
पूरे सप्ताह के व्यस्तता के बाद,
रविवार का सुंदर दिवस आता हैं।
समस्याओं और कार्यों को छोड़कर,
इंसान इस दिन स्वतंत्रता पाता हैं।
छः दिन काम कर-करके,
मन बोझिल सा हो जाता हैं।
आता हैं जब रविवार दिन ये,
इंसान खुशी से खिल जाता हैं।
नहीं होती हैं उलझन किसी को,
साथ अपनों के रंग जमाते हैं।
थोड़ा-सा समय अपनों को देकर,
बहुत बड़ा-सा सुकून पा लेते हैं।
मानते हैं कुछ लोग सुबह दिन इसे,
ईश्वर कि नाम से शुरुआत करते हैं।
करके पूजा-अर्चना इस दिन,
हर दिन के लिए मंगल कामना करते हैं
बनते हैं विभिन्न भ्रमण-योजनाएँ इस दिन,
मन में रविवार से उत्सव-सा छा जाता हैं।
पल-पल में खुशियाँ समाहित होकर,
पूरा रविवार ही यादगार बन जाता हैं।
करते नए सप्ताह की तैयारियाँ इस दिन,
आने वाले दिन विशिष्ट बन जाते हैं।
सभी को कुछ-कुछ अलग करने का,
समय और सीख यहाँ से मिल जाता हैं
✍️✍️✍️खुशबू खातून