रक्षा बंधन
जिस माथे पर देख रहे हो, तुम चावल रोली और चंदन।
हर उस हाथ पर बंधा मिलेगा, तुम्हें बहन की रक्षा का बंधन।।
हर बहन के विश्वास और एकता का प्रतीक है ये बंधन।
हर भाई के प्यार भरे जीवन का, त्योहार है यह रक्षाबंधन।।
इसके जैसा नहीं है कोई ,भाई बहन के प्यार का बंधन।
भाई बहन के प्यार को दर्शाता, जगत में सबको रक्षा बंधन।।
आज बहन ने भाई भाभी के, हाथ पर बांधा प्यार का बंधन।
भाई भाभी ने दिया वचन रक्षा का, निबाहेंगे दोनो सारा जीवन।।
धागे तो ये हैं रेशम के फिर भी,हैं मजबूती की मिसाल ये जग में।
राखी के इन कच्चे धागों की तुलना,जंजीरों से भी नहीं जगत में।।
इसी तरह परिवार की शक्ति भी निर्भर भाई बहन के रिश्तों में ही है।
जहाँ मिले इनमें मजबूती वहाँ ऐसे परिवार ही सबके दिलों में ही हैं।
कहे विजय बिजनौरी ये रक्षा का धागा है संसार का सबसे मजबूत।
रिश्तों की जो समझें अहमियत, वही तो सारे रिश्ते निभाते खूब।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।