रक्त दान के लाभ पर दोहे.
रक्त दान करिए अभी, जीवन दान समान
सुखमय जीवन तात है , पावन मंगल गान ॥ 1 ॥
रक्त दान करके प्रथम , रोकें अपना भार
रोगी को जीवन मिले, रुके रोग की मार ॥ 2 ॥
बढ़े मुटापा यदि कहीं , घर –घर रोगी जोग
बढ़े सुगर बी पी अगर , , रोके रुके न रोग ॥ 3
तेजस्वी काया सदा , रक्त दान से जान ,
हृदय प्रफुल्लित हो सदा , बढ़े मान सम्मान ॥ 4
खोजे से मिलता नहीं ,जब अपने घर रक्त ।
तब दूजी देहरी पकड़ तब, मानवता के भक्त ॥ 5
दाता करता दान है , हृदय खोल कर आज
सूम कर्म छल वंचना ,ये सब त्याग समाज ॥ 6 ॥
वीरों में हो वीरता, करें रक्त का दान ।
भारत माँ की माँग यह , सबका हो कल्याण ॥ 7
डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव