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1 Sep 2024 · 1 min read

रक्खा था ख्वाब आंखों में अपनी संभाल कर ।

रक्खा था ख्वाब आंखों में अपनी संभाल कर ।
चाहत में तेरी इश्क़ की यादों में ढाल कर ।
तू साथ यूंही उम्र भर अगर चले मेरे हमनवा ।
रख दूंगा तेरे कदमों में ये दिल निकाल कर।।
Phool gufran

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