रंगो का पर्व होली
रंगो का पर्व होली
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होली पर सभी को पटल में रंग भरे पर्व की अनंत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं—
सभी का पर्व रंग बिरंगे रंगो के साथ,रंगीन खुशियों से सराबोर रहे।
यही प्रभु से सभी के लिए प्रार्थना है?
होली पर्व फागुन मास की पूर्ण मासी को होलिका दहन किया जाता।
चेतमास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को रंगो से भरा पर्व मनाया जाता।।
होली पर्व में प्रेम से सब गले मिले,
छोड़ नफरत,और अहंकार सब भाईचारे से मिले।।
रंग बिरंगा ये पर्व, एकता का संदेश हे देता।
छोड़ गिले शिकवे सब,दुश्मन भी दोस्त हे बन जाता।।
सब धर्मों में लोग मनाते,
छोड़ जाति का बंधन
प्रेम से हे पर्व उल्लासित हो जाता।।
बुराई पर अच्छाई की जीत है होती,
एक संदेश हे देती होली—
रंग बिरंगे लोग दिखें,
गली-गली में टोली होती।।
कहीं गा रहे फाग लोग,
कहीं ढोल मंजीरों की आवाजें होती।।
दिलों को जोड़ कर गिले शिकवे भूलकर,
गले मिलने का त्यौहार है।
खुशी और उल्लास में खोकर,
दोस्त, दुश्मन सभी को हृदय से
लगाने का त्यौहार है।।
अबीर,गुलाल लगाकर सबको,
रूठों को मनाकर माथे तिलक लगा
मीठी गुझिया खिला,बच्चे बड़े सभी,
रंगो की ये होली लगती प्यारी सबको!!!
रंगो की होली बच्चों को बहुत लगे है
प्यारी।
तरह-तरह रंगो से होली खेलें
बरसाना,मथुरा की पूरे भारत में,
होली है न्यारी!
जिसे जाने पूरी दुनिया ही सारी—–
सुषमा सिंह *’उर्मी,,