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13 Jun 2023 · 1 min read

*योग (बाल कविता)*

योग (बाल कविता)
—————————-
आओ मिलकर योग करेंगे
अपने भीतर सॉंस भरेंगे

देर रात में हमें न सोना
नींद न इस चक्कर में खोना

सुबह टहलने को सब जाओ
हवा साफ अति सुंदर पाओ
————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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