योग करते जाओ
ऋषि मुनियो ने है जाना
दिया ज्ञान का खजाना
जीवन मे है रोज अपनाना
योग करते जाओ हो
अरे हो हो हो हो हो
तन ना हो पावे भारी
मन भी जोश को रखे जारी
पास ना फटके कोई बिमारी
योग करते जाओ हो
अरे हो हो हो हो हो
आसन तन को दे आराम
प्राणायाम दे मन विश्राम
भटकन भागे लगे जब ध्यान
योग करते जाओ हो
अरे हो हो हो हो हो
इसमे लगे नही कोई खर्चा
ना घर बाहर का कोई हर्ज़ा
जब समय मिले हो चर्चा
योग करते जाओ हो
अरे हो हो हो हो हो
इसकी ताकत सबने जानी
पूरा विश्व करे सलामी
नई पीढ़ी को बतलानी
योग करते जाओ हो
अरे हो हो हो हो हो
आदीयोगी की यह ज्वाला
जो अपनाए हो मतवाला
रोग होवे नौ दो ग्यारह
योग करते जाओ हो
अरे हो हो हो हो हो
संदीप पांडे”शिष्य”, अजमेर