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21 Oct 2022 · 1 min read

ये संघर्ष

हर रोज़ गिरकर मुक्कमल खड़े हैं।
ये ज़िंदगी ज़रा गौर से देख मेरे हौसले तुझसे भी बड़े हैं।।
अब डर नहीं हार का कोई ।
क्योंकि दीवाने अब हम संघर्ष के जो हो चुके है हैं।।
✍️✍️रश्मि गुप्ता@@ Ray’s Gupta

Language: Hindi
6 Likes · 6 Comments · 164 Views
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