Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2023 · 1 min read

“गुब्बारा”

“गुब्बारा”
गुब्बारों के संसार अज़ब
प्यारे और निराले,
हरे गुलाबी नीले पीले
रंग बिरंगे मतवाले।
धागे से बंधकर करते
आसमान की सैर,
लगते इतने प्यारे न्यारे
कैसे कह दें गैर।

16 Likes · 8 Comments · 348 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
मुझे गर्व है अलीगढ़ पर #रमेशराज
मुझे गर्व है अलीगढ़ पर #रमेशराज
कवि रमेशराज
हे नाथ कहो
हे नाथ कहो
Dr.Pratibha Prakash
"मयकश"
Dr. Kishan tandon kranti
इन बादलों की राहों में अब न आना कोई
इन बादलों की राहों में अब न आना कोई
VINOD CHAUHAN
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तोड़कर दिल को मेरे इश्क़ के बाजारों में।
तोड़कर दिल को मेरे इश्क़ के बाजारों में।
Phool gufran
हम पचास के पार
हम पचास के पार
Sanjay Narayan
जिंदगी भर किया इंतजार
जिंदगी भर किया इंतजार
पूर्वार्थ
****बसंत आया****
****बसंत आया****
Kavita Chouhan
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
सरस्वती वंदना-4
सरस्वती वंदना-4
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जिंदगी है एक सफर,,
जिंदगी है एक सफर,,
Taj Mohammad
हड़ताल
हड़ताल
नेताम आर सी
प्रेम का दरबार
प्रेम का दरबार
Dr.Priya Soni Khare
इल्म़
इल्म़
Shyam Sundar Subramanian
जीवन संग्राम के पल
जीवन संग्राम के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रेम भाव रक्षित रखो,कोई भी हो तव धर्म।
प्रेम भाव रक्षित रखो,कोई भी हो तव धर्म।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
चलो हमसफर यादों के शहर में
चलो हमसफर यादों के शहर में
गनेश रॉय " रावण "
तुम सम्भलकर चलो
तुम सम्भलकर चलो
gurudeenverma198
Rang hi khuch aisa hai hmare ishk ka , ki unhe fika lgta hai
Rang hi khuch aisa hai hmare ishk ka , ki unhe fika lgta hai
Sakshi Tripathi
हिंदी सबसे प्यारा है
हिंदी सबसे प्यारा है
शेख रहमत अली "बस्तवी"
दूरदर्शिता~
दूरदर्शिता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
बच्चे
बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पिता की नियति
पिता की नियति
Prabhudayal Raniwal
बात न बनती युद्ध से, होता बस संहार।
बात न बनती युद्ध से, होता बस संहार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कोई खुशबू
कोई खुशबू
Surinder blackpen
2943.*पूर्णिका*
2943.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* बिछोना अंत में बनकर, चिता सब को सुलाती है 【मुक्तक 】*
* बिछोना अंत में बनकर, चिता सब को सुलाती है 【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
हर जगह तुझको मैंने पाया है
हर जगह तुझको मैंने पाया है
Dr fauzia Naseem shad
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
The_dk_poetry
Loading...