Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jan 2024 · 1 min read

ये वादियां

ये वादियां, ये फिज़ाऐ बहुत उदास हैं।
दीद तेरी की, देख इनको भी प्यास है।

आंखें रंगीन से रंगहीन ,होने को‌ है आई ।
बेबसी देख मेरी ,किस्मत भी शरमाई।

आसां इतने भी नहीं हैं इश्क के मरहले
आशिक दिन रात ,इसकी आग में जले।

क्यूं इंतज़ार बस इंतजार ही करती रहूं
बैठ सागर किनारे, आंहे मैं भर्ती रहूं।

आरज़ू जुर्म , वफ़ा जुर्म तमन्ना है गुनाह
क्यों इश्क में मैंने किया खुद को फनाह।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 99 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
मां
मां
Dr. Pradeep Kumar Sharma
धुनी रमाई है तेरे नाम की
धुनी रमाई है तेरे नाम की
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
धूल में नहाये लोग
धूल में नहाये लोग
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
💐प्रेम कौतुक-542💐
💐प्रेम कौतुक-542💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बहुत कुछ अधूरा रह जाता है ज़िन्दगी में
बहुत कुछ अधूरा रह जाता है ज़िन्दगी में
शिव प्रताप लोधी
जिन पांवों में जन्नत थी उन पांवों को भूल गए
जिन पांवों में जन्नत थी उन पांवों को भूल गए
कवि दीपक बवेजा
हे आदमी, क्यों समझदार होकर भी, नासमझी कर रहे हो?
हे आदमी, क्यों समझदार होकर भी, नासमझी कर रहे हो?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल में रह जाते हैं
दिल में रह जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
जरूरी है
जरूरी है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सच और झूँठ
सच और झूँठ
विजय कुमार अग्रवाल
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मिलना था तुमसे,
मिलना था तुमसे,
shambhavi Mishra
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
संजय कुमार संजू
कविता
कविता
Vandana Namdev
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
चलो मौसम की बात करते हैं।
चलो मौसम की बात करते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
Er. Sanjay Shrivastava
स्वप्न ....
स्वप्न ....
sushil sarna
दोस्त को रोज रोज
दोस्त को रोज रोज "तुम" कहकर पुकारना
ruby kumari
शौक करने की उम्र मे
शौक करने की उम्र मे
KAJAL NAGAR
Gazal 25
Gazal 25
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बेरहमी
बेरहमी
Dr. Kishan tandon kranti
यादगार
यादगार
Bodhisatva kastooriya
■ सेवाएं ऑनलाइन भी उपलब्ध।
■ सेवाएं ऑनलाइन भी उपलब्ध।
*Author प्रणय प्रभात*
2768. *पूर्णिका*
2768. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ
माँ
SHAMA PARVEEN
मन को एकाग्र करने वाले मंत्र जप से ही काम सफल होता है,शांत च
मन को एकाग्र करने वाले मंत्र जप से ही काम सफल होता है,शांत च
Shashi kala vyas
जग के जीवनदाता के प्रति
जग के जीवनदाता के प्रति
महेश चन्द्र त्रिपाठी
श्री राम का अन्तर्द्वन्द
श्री राम का अन्तर्द्वन्द
Paras Nath Jha
Loading...